दुबार तिबार चावल का क्या मतलब है ?

दुबार तिबार चावल – Dubar Tibar Rice

दुबार तिबार ये शब्द अक्सर चावल खरीदते समय  सुनने को मिलते है।चावल न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में पसंदीदा खाने में शामिल है। इसकी दुनिया भर में बहुत सारी किस्मों की खेती की जाती है। भारतीय बासमती चावल (  Basmati Rice ) अपनी खुशबू और स्वाद के कारण दुनिया भर में जाना जाता है।
बाजार से चावल खरीद कर लाना हो तो चावल की किस्में देखकर दिमाग चकरा जाता है। समझ नहीं आता कौनसा चावल लें कौनसा नहीं। उस पर एक ही किस्म के अलग अलग साइज भी मिलते है। एक और confusion पैदा करते है। इनमे कुछ नाम दुबार , तिबार , मोगरा , किनकी आदि होते है। किस्म एक ही होती है पर प्राइस अलग। decide करना मुश्किल हो जाता है
कौनसा लें ? तो जानिए चावल के नाम के मतलब-
Brown Rice( ब्राउन राइस )

चावल की बाली सूखने के बाद छिलका हटाने पर भूरे रंग में चावल मिलता है ,ये भूरा रंग जो की ब्रान कहलाता है हटाने पर सफ़ेद रंग का चावल प्राप्त होता है । यदि ऊपरी सतह नहीं हटाई जाये तो इसे ब्राउन राइस कहते है। ऊपरी सतह ब्रान से तेल निकाला जाता है जिसे राइस ब्रान ऑइल कहते है ,जो कि स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है
भूरे चावल पर ब्रान लगभग सात -आठ प्रतिशत हिस्सा होता है। इस ब्रान में से लगभग बारह से पन्द्रह प्रतिशत राइस ब्रान तेल निकलता है। ब्रान को हटाकर चावल की पोलिश की जाती है उसके बाद वो सफ़ेद चावल मिलता है जिसे हम काम में लेते है। ब्रान हटाने और पोलिश करने की प्रक्रिया में चावल के कुछ दाने साबुत और कुछ टूटे हुए मिलते है। फिर इन चावल की ग्रेडिंग की जाती है जिसमे चार – पांच तरह के साइज़ के चावल अलग किये जाते है । इन्ही अलग अलग साइज के चावल में साबुत चावल सबसे महंगा और फिर जैसे जैसे साइज छोटा होगा वैसे वैसे सस्ता बिकता है ।



    साइज के हिसाब से ग्रेडिंग – Grading 

    • जो चावल बिलकुल साबुत होता है वो फुल लेंथ राइस कहलाता है।
    • साबुत चावल का लगभग 75% साइज़ का चावल दुबार कहलाता है।
    • दुबार से छोटा व साबुत का 60% साइज़ तक का चावल तिबार कहलाता है ।
    • इससे छोटा साइज़ का चावल किनकी कहलाता है।
    • किनकी चावल को फिर साइज़ के हिसाब से मोगरा , मिनी मोगरा व टाइनी मोगरा में बाँट दिया जाता है।
    • सबसे छोट साइज़ नक्कू कहलाता है।
    • इसके बाद चूरा बचता है जिसे खुड्डी कहते है जो आटे के रूप में या पशु चारे में काम लिया जाता है।
    निष्कर्ष ये है कि दुबार तिबार आदि सिर्फ साइज के नाम है  क्वालिटी और स्वाद से इन नाम का कोई लेना देना नहीं है। एक जैसे होने पर भी साइज की वजह से इनके प्राइस में फर्क होता है।



    source-  DADI MA KE NUSKHE सीधे, सरल घरेलू उपचार ….(Home Remedies)

    No comments:

    Post a Comment