तुम मिलो तो एक बार, दिल का हाल जताने के लिये,
फ़िर हमें छोड़ किसी और का खयाल दिल मे नहीं आयेगा!
- जयति जैन...
तुम मेरे हो सब जानते हैं,
में तुम्हारी हुं कोई नहीं मानता !
क्युं ???
सांस बनकर रहती है तू मेरे संग,तू है तो आज मैं जिन्दा हुं !
-जयति जैन
जिस घर का दरवाजा नहीं होता,
मोहब्बत वो घर है !
- जयति जैन
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