तीसरी बार शब्दों मे वो बात नहीं

आज का लेख मेरी अजीज दोस्त के लिये
दोस्ती के 3 साल पूरे होने की खुशी में...
आज में आपको उसके बारे में बताना चाहती हुं कि मेरी बेस्ट फ्रेंड कौन है,
इसके चलते ये लेख में तीसरी बार टाइप कर रही हुं ! पहला लेख पोस्ट नहीं हो सका नेटवर्क के कारण और दुबारा मोबाइल स्विच आफ के कारण....
इसीलिये तीसरी बार मेहनत, लेकिन अब के शब्दों में वो पहली बार लिखे शब्दों की कोई बात नहीं है !!!
हां जल्द ही आप सभी को उस इंसान से मिलवाउगी, जिससे मुझे आगे बड़ने की शक्ति मिलती है साथ ही,
थक के चूर होने पर छाया भी !
वो और में दोनों में कुछ  समानता नहीं है ! मुझे जो पसंद है वो उनकी कभी पसंद नहीं रही !
फ़िर भी अलग-अलग होने  के बाद भी हम एक दूसरे के साथ हैं हर समय ! हम एक-दूसरे को बहुत अच्छी तराह जानते समझते हैं ! बस एक यही वज्ह हमे साथ जोड़ती है !

हम रोज़ मिल नहीं पाते, साल में 1-2 बार ही मिलना होता है ! पर फोन पर दिनभर में 2 बार बात करते है ! ताकि हम अपने दर्द और खुशि बांट सकें और हमारी दोस्ती अच्छी रहे !!!
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