तस्वीरें क्या बयां कर रही हैं,समझ में आया कुछ ?

यही आज की सच्चाई है,
अगर समझ आये तो reply दें !
लेखिका-जयति जैन
तब और अब में ज़मीन आसमान का अंतर आ गया है, आज के लोगों को हर चीज में मज़ा चाहिये, उनको आराम भी मिले और उनकी मन की भी होती रहे !
 प्यार वो होता है जो सान्सों कि माला टूटने तक पिरोया रहे धागे में !

  समझ आया क्युं पोटी में इतनी देर लगती है


और भी है देखो -
सच तब और अब-




 ये तो 200% सत्य है



No comments:

Post a Comment