चुटकुलों में नई उमंग ।।


--- चुटकुलों में नई उमंग ।।


गले लगकर आंख मारी, कैमरा भी शर्मा गया और आनन फानन में फ़ोटो भी उतार लिया । चुटकुलों को भी नया मुद्दा मिल गया, एक पप्पू आज पप्पू बन गया । कुछ मुद्दों पर दम था, बचकानी हरकतों में माहिर था, ऐसी हरकतें आंखें नम कर गयी, चुटकुलों में नई उमंग भर गयीं ।
तनिक भी लाज नहीं आयी उन्हें, गंभीर मुद्दे उठा रहे थे तो गंभीर ही रहते लेकिन बातों को पेश करने का हुनर नहीं आया, पचास साल होने को एक युवा आया । लाज की बात उठी तो बता दे कुछ दिनों पहले कैमरा भी शर्मा गया लाज को लेकर । यहां बात महिलाओं के लाज रखने की नहीं हैं, ना ही बात कैमरे के सामने मटक कर फ़ोटो खिंचवाने की है । जिन्होंने इस लाज को तोड़ा वो अब जेल में हैं ।
कल तक सिर्फ जुबानी तीर पे तीर चलते थे, अब हाथ - पैर भी चलेगें लेकिन कैमरे के सामने महिला पर यह नहीं सोचा था । हश्र देखकर जिनके दिमाग में कभी ऐसा ख्याल आया भी होगा, वह भी सुधरने की सोच रहे होंगें क्या पता कहीं हमें जेल की हवा ना खानी पड़ जाए ।
थप्पड़ रिपोर्टर के गाल पर पड़ा लेकिन दर्द पूरे देश को हुआ, जिसका परिणाम सभी के सामने है । कुछ महिलाओं ने तो सोच के भी रख लिया होगा कि काश उनके साथ हुआ होता तो अल्लाह को प्यारे हो गए होते । कुछ ने सोचा होगा कि हम होते तो सेंडिल मुँह पर छपी होती । ये महिलाएं भी ना, जो ना सोचें वह कम है । 
बात ही ऐसी हो गयी कि सोचने पर मजबूर, अब वो रिपोर्टर भी सोच रही होगी काश एक आध तो हम भी ... खैर वो बात ही निकल गयी । अब बात आ गयी कि बेचारे कैमरे की जिसका काम था , लाइव टेलीकास्ट का । वह भी दुखी काश हम खराब ही हो जाते तो अपने देश की महिला के साथ हुई इस हरकत का विश्वभर में ढ़िढोरा नहीं पिटता ।
लोग भले कुछ बोलें लेकिन जेल और जेलर दोनों खुश होंगे और सोच रहे होंगें ऐसे महान लोग कब आएंगें । अभी हाल की ही बात है जब केसरिया धोती वाले का हर तरफ हंगामा मचा हुआ है । दुनिया देखके दंग है कि अपने पर ही हमला, लाज़ ही नहीं आयी उसे जो कैमरा लेकर वीडियो बना रहा था । एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं सभी, कौन सही है कौन गलत? जनता की मुसीबत आन पड़ी है । कोई किसी की नहीं सुन रहा जिसके जो मन में आये वो कर रहा है, बाद में पोलिस के मन में जो आएगा वह वो करती है लेकिन ये सारी बातें चुटकुलों में नई उमंग भरती हैं ।

-- जयति जैन "नूतन" , भोपाल --

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